हसरतें कुछ और हैं... वक्त का इंतजार कुछ और है... कौन जी सका है जिंदगी अपने मुताबिक... दिल चाहता कुछ और है और होता कुछ और है..!!
चुभ जाती हैं बातें कभी, तो कभी लहजे मार जाते हैं, यह जिंदगी है जनाब, यहाँ हम गैरों से ज्यादा अपनों से हार जाते हैं..!!
यूँ देखो इस जहान में जर्रे-जर्रे में इश्क़ दिखता है, गुस्ताखियाँ यह हमारी है जो हमें रश्क़ दिखता है।
कश म कश सी जिंदगी इंतजार अभी बाकि है निकल जाता है दिन रात अभी बाकि है...
जिंदगी में ऐसे भी कई रातें आती हैं न नींद आती है, न ख़्वाब आते हैं...
मसले बहुत हैं ज़िन्दगी में फिर भी मुस्कुरा लेता हूँ, वक़्त है गुज़र जाएगा यही ख़ुद को समझा लेता हूँ...
”दुनियां के रैन बसेरे में.. पता नही कितने दिन रहना है, ”जीत ले सबके दिलों को.. बस यही जीवन का गहना है..!!”
नजरिया बदल के देख, हर तरफ नजराने मिलेंगे, ऐ ज़िन्दगी यहाँ तेरी तकलीफों के भी दीवाने मिलेंगे।
एक साँस सबके हिस्से से हर पल घट जाती है, कोई जी लेता है जिंदगी, किसी की कट जाती है।
दरिया हो या पहाड़ हो, टकराना चाहिए, जिंदगी मिली है तो, इसे जीने का हुनर आना चाहिए।