Alone Shayari: Hello दोस्तों आप सभी का स्वागत है आज की हमारी इस पोस्ट Alone Shayari (अलोन शायरी) में। इस पोस्ट में आपको देखने को मिलेंगी एक से बढ़कर एक बेहतरीन अकेलापन शायरी स्टेटस (Alone Shayari Status) इमेजेज के साथ। यह 2024 का Best Collection है जिसमे आपको Two Line Alone Sad Shayari, Status, Alone Shayari on Love Life etc.. देखने को मिलेंगी जिन्हें आप आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं और अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर शेयर कर सकते हैं।

Life Alone Shayari in Hindi
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मुझको मेरी तन्हाई से अब शिकायत नहीं है,
मैं पत्थर हूँ मुझे खुद से भी मोहब्बत नहीं है..!!

Broken Heart Alone Shayari in Hindi
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तन्हाई रही साथ ता-जिंदगी मेरे,
शिकवा नहीं कि कोई साथ न रहा..!!

Sad Alone Shayari in Hindi
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आदत बदल गई है वक्त काटने की,
हिम्मत ही नही होती दर्द बांटने की।🫠🥀

Very Sad Alone Shayari in Hindi
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टूटे हुए काँच की तरह चकनाचूर हो गए,
किसी को चुभ न जाएं इसलिए दूर हो गए।🥀💔

Alone Shayari Status in Hindi
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उदास तो बहुत रहे
मगर कभी जाहिर नही किया,
ठीक हूं, बस इस लफ्ज़ ने
सब संभाल लिया।💔🥀

Emotional Alone Shayari in Hindi
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कुछ कर गुजरने की चाह में कहाँ-कहाँ से गुजरे,
अकेले ही नजर आये हम जहाँ-जहाँ से गुजरे..!!

Broken Heart Alone Shayari in Hindi
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एक वो था बदल गया,
एक मैं था बिखर गया,
एक वक्त था गुजर गया।
😭💔🥀

Sad Love Alone Shayari in Hindi
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जैसे कोई बच्चा
रोते रोते थककर सो जाता है,
हमारे दिल का हाल अक्सर कुछ
ऐसा ही हो जाता है।🫠💔

Two Line Alone Shayari in Hindi
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जिन से खत्म हो जाती हैं उम्मीदें,
उनसे फिर शिकायत नही रहती।
🙂💔🥀

Alone Love Shayari in Hindi
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हजारों महफिलें हैं और लाखों मेले है,
पर जहाँ तुम नही वहां हम अकेले हैं। 💔🥀

जानता पहले से था मैं,
लेकिन एहसास अब हो रहा है,
अकेला तो बहुत समय से हूं मैं,
पर महसूस अब हो रहा है..!!

बर्बादियों का हसीन एक मेला हूँ मैं,
सबके रहते हुए भी बहुत अकेला हूँ मैं..!!

तू उदास मत हुआ कर इन हजारों के बीच,
आख़िर चांद भी अकेला रहता हैं सितारों के बीच..!!

कितनी अजीब है इस शहर की तन्हाई भी,
हजारों लोग हैं मगर कोई उस जैसा नहीं है..!!

तुम से बिछड़ के कुछ यूँ वक़्त गुज़ारा,
कभी ज़िंदगी को तरसे कभी मौत को पुकारा..!!

तन्हाई में चलते चलते
अब पैर लडखडा रहे हैं,
कभी साथ चलता था कोई,
अब अकेले चलें जा रहे हैं..!!

आज कुछ ज़िन्दगी में कमी है तेरे बगैर,
ना रंग है ना रौशनी है तेरे बगैर,
वक़्त चल रहा है अपनी ही रफ़्तार से,
बस थम गयी है धड़कन एक तेरे बगैर।

क्या हूँ मैं और क्या समझते हैं,
सब राज़ नहीं होते बताने वाले,
कभी तन्हाइयों में आकर देखना,
कैसे रोते है सबको हंसाने वाले..!!

कभी पहलू में आओ तो बताएँगे तुम्हें,
हाल-ए-दिल अपना तमाम सुनाएँगे तुम्हें,
काटी हैं अकेले कैसे हमने तन्हाई की रातें,
हर उस रात की तड़प दिखाएँगे तुम्हें..!!

आगोश में ले लो मुझे बहुत अकेला हूँ मैं,
बसा लो दिल की धड़कन में अकेला हूँ मैं,
जो तुम नहीं जिंदगी में तो फिर कुछ नहीं,
समा जाओ मुझमें… कि अकेला हूँ मैं..!!

तू नहीं तो ये नजारा भी बुरा लगता है,
चाँद के पास सितारा भी बुरा लगता है,
ला के जिस रोज छोड़ा है तूने भंवर में मुझे,
मुझे दरिया का किनारा भी बुरा लगता है..!!

तुझसे दूर जाने के बाद तन्हा तो हूँ लेकिन,
तसल्ली बस इतनी सी है,
अब कोई फरेब साथ नहीं..!!

वक्त के बदल जाने से इतनी तकलीफ नही होती है,
जितनी किसी अपने के बदल जाने से तकलीफ होती है..!!

कैसे गुजरती है मेरी
हर एक शाम तुम्हारे बगैर,
अगर तुम देख लेते तो
कभी तन्हा न छोड़ते मुझे..!!

मैं हूँ दिल है तन्हाई है,
तुम भी जो होते तो अच्छा होता।

कितना भी दुनिया के लिए हँस के जी लें हम,
रुला देती है फिर भी किसी की कमी कभी-कभी।

उसे पाना उसे खोना उसी के हिज्र में रोना,
यही गर इश्क है तो हम तन्हा ही अच्छे हैं..!!